आप किसी के लिए चाहे अपना वजूद दाव पर लगा दो, वह तब तक आपका है जब तक आप उसके काम के हो, जिस दिन आप उसके लिए काम के नहीं रहेंगे या कोई गलती कर दोगे उस दिन वो आपको अपनी औकात दिखा  देंगे

कौन कहता है "जैसा संग वैसा रंग"? इंसान लोमड़ी के साथ नहीं रहता फिर भी 'शातिर' है। इंसान शेर के साथ नहीं रहता फिर भी 'क्रूर' है। और तो और इंसान कुत्ते के साथ रहता है फिर भी 'वफादार' नहीं।

कड़वा सच: माता - पिता की 'नसीहत' सबको बुरी लगती है, पर उन्ही माता पिता की 'वसियत' सबको अच्छी लगती है।

विशहीन सर्प को भी अपनी रक्षा के लिए फन्न फैलाना पड़ता है। इसलिये शक्तिशाली ना होते हुए भी शक्तिशाली होने का दिखावा करना आपकी रक्षा करता है।

मंदिर में दान देने से पहले अपने कामजोर भाई को सहारा दो, क्योंकि तुम्हारे दान की भगवान से ज्यादा तुम्हारे भाई को जरूरत है

जीवन में दो ही लोग आसफल होते हैं, एक वो जो सोचते हैं लेकिन करते नहीं, दसरे वो जो करते हैं परंतु सोचते नहीं।

आप कर्म पर विश्वास रखिये, राशियों पर नहीं, राशि तो राम और रावण की भी एक ही थी, लेकिन नियाति ने उन फल उन के कर्म के अनुसार दिया।