Dhairya ki pariksha|धैर्य की परीक्षा हिन्दी कहानी
करीब दो हज़ार साल पुरानी बात है। ग्रीस देश के मेसोडोनिया में फिलिप्स नाम के राजा का राज्य था। उसका एक बेटा था। वो चाहता था कि उसका बेटा वीरयोद्धा, प्रजाप्रेमी के साथ साथ अपना राज्यपाठ अच्छे से संभाले। इसीलिए उसे योग्य बनाने और उच्च शिक्षा प्राप्त हेतु गुरुकुल भेजते हैं।
उस समय शिक्षालय में प्रवेश के लिए एक परीक्षा देनी होती थी। और नियमानुसार ये सबके लिए अनिवार्य था। राजा के बेटे को भी देना था। परीक्षा बहुत ही कठिन होती थी।
परीक्षा प्रवेश का दिन था। सभी प्रवेश इछुक छात्रों को एक एक कटोरे दिया गया और सामने गरम जलते कोयले रख दिए । सबको अपने कटोरों में कोयले भरने थे। कोयला उठाते हुए चेहरे के भाव सहनशीलता के अनुसार ही प्रवेश मिलरहा था।राजा के पुत्र की सहनशीलता परखनेकी बारी थी।
राजा फिलिप्स और उनकी रानी भी अपने पुत्र की परीक्षा देखने पधारे थे। राजकुमार के हाथों में कटोरा दिया गया। राजकुमार उस कटोरे में कोयले भरने लगे तब अचानक से एक कोयला उनके पेर पर गिर गया। उससे राजकुमार के पेर की खाल जलने के साथ मांस भी जलने लगा। ये दृश्य रानी के लिए असहनीय था, अपने बेटे की इस दशा को देख न सकी और तुरंत ही राजकुमार के पास जाने के लिए उठ खड़ी हुईं।
लेकिन राजा ने अपने हाथ के इशारे से उन्हें जानेसे रोकदीया। रानी की आंखे नम होने लगीं तो राजा उनके समीप आकर उन्हें सांत्वना देते हुए कहा हमारे पुत्र को सहनशीलता का आदर्श बन न होगा । इसलिए ऐसी छोते मोठे कष्टों को झेलना ही पड़ेगा। हर कार्य को निष्ठा से निभाना होगा । अपने लक्ष्य को पूरा करने का धैर्य और क्षमता तत्पर होनी चाहिए। रानी पूछती है, राजा बन ने के लिए इतने कष्ट सहने पड़ेंगे हमारे पुत्र को?
हाँ। हमारे पुत्र को आगे चलकर ग्रीस साम्राज्य को चलाना है। उसमें धैर्य, साहस, दृढ़ निश्चय, सहनशील इत्यादि सबमे, सभी से आगे रहना होगा। तभी हमारी प्रजा और सैनिकों के लिए उदाहरण बनपायेगा।
अब रानी ने ये सब सुन ने के बाद कुछ नही कहा। राजकुमार ने परीक्षा उत्तीर्ण करली और आगे चलकर सैनिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद छोटी ही आयु में उन्होंने आधे प्रपंच को जीतकर पहले चक्रवर्ती बने इस तरह पूरे प्रपंच की जीतने की हिम्मत दिखाई। वो थे ग्रीस साम्राज्य को सुप्रसिद्ध राजा एलेग्जेंडर।
- Aarti Sngrah|आरती संग्रह
- Bhakti Sagar|भक्ति सागर
- Hindi kahaniyan|हिन्दी कहानिया
- Om Jai Jagadish Hare Aarti Hindi aur English|ॐ जय जगदीश हरे आरती
- Raaja aur uske phooldan hindi kahani|राजा और उसके फूलदान हिन्दी कहानी
- Shree Ganesh Chaleesa Hindi|श्री गणेश चालीसा
- Motivational
- Wishing Messages
- Sandeep Maheshwari Motivational Quotes